'बड़ी बहस' में आईएफटीआई के जन संचार एवं पत्रकारिता विभाग के छात्रों ने पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले पर पाकिस्तान के द्वारा सौंपी प्राथमिक रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए ''पाकिस्तान के जांच एजेंसी से किसी भी तरह की उम्मीद नही'' कह कर अपने बेबाक राय रखी।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के द्वारा दिए इस बयान "अगर कोई आपको नुकसान पहुंचता है तो उसे भी वैसी भाषा में समझाना होगा। जब तक आप दूसरों को दर्द नहीं देंगे, चाहें वह कोई भी क्यों न हो, तब तक ऐसी घटनाएं होती रहेंगी" पर पलटवार करते हुए कहा कि ''देश की सुरक्षा के समक्ष एक रक्षा मंत्री कितनी गंभीरता से पेश आ रहे है? यह सवाल एक बार रक्षा मंत्री को खुद से भी पूछनी चाहिए। और फिर विचार करनी चाहिए की कब तक पठानकोट जैसी घटनाएं होती रहेंगी?
यह 'बड़ी बहस' आईएफटीआई के जन संचार एवं पत्रकारिता विभाग के दो छात्र सुमित चौहान और अंकित कुमार के उपर मुख्य रूप से केंद्रित था।